LADIES SEAT

वो कमजोर काया अपने ३ अधनंगे बच्चों  के साथ जब बस में चढ़ी, तो कुछ औरतों ने उन बच्चों की बहती नाक देखकर नाक मुह सिकोड़ने शुरू कर दिए. एक बच्चे को कमर पर लादे वो टिकेट ले रही थी, बाकी दोनों उसके आँचल से चिपके हुए थे.... वो ladies seat की गुहार करते हुए आगे बढ़ी.. पर कोई नहीं उठा. 
क्यूंकि अगर वो बैठ जाती तो उसके फटे ब्लाउज से एक रौंदी हुई मिटटी देखने में व्यस्त लोगों का नज़ारा धूमिल हो जाता. 

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